Wednesday, 20 May 2020

प्राकृतिक आपदाएं

हमें प्राकृतिक आपदा के प्रति काफी सजग रहने की जरूरत है। प्राकृतिक आपदा के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण के प्रयास स्टाकहोम (स्वीडन) 1972 से कोपनहेगेन (डेनमार्क) 2010 तक किए गए अनेक सुझाव शामिल हैं।

 भारत में बिहार, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, असम में बाढ़ का प्रकोप, जम्मु, हिमाचल में हिमस्खलन, राजस्थान में तूफान, गुजरात, महाराष्ट्र में भूकंप एवं समुद्री तूफान, गोवा, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र में टोरनेडो एवं लैला, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में चक्रवात शामिल हैं। 

विगत समय में दक्षिण भारत में सुनामी, उत्तर भारत में बादल फटना, पश्चिमी भारत में टोरनेडो एवं लैला, पूर्वी भारत में चक्रवात, उत्तर-पूर्व में बाढ़ एवं अतिवृष्टि ने विनाश के अपने-अपने मंजर दिखा चुके हैं। 

आज हमारे देश में उड़ीसा में बहुत बड़ी प्राकृतिक आपदा आई हुई है इससे पहले 1999 में प्रकृति आपदा आई थी साल 2020 में प्रचंड तूफान आया है यह प्राकृतिक आपदाएं प्रकृति के साथ छेड़खानी करने से आती है

Thursday, 14 May 2020

पर्यावरण का ज्ञान

                     पर्यावरण का ज्ञान
आज पर्यावरण एक जरूरी सवाल ही नहीं बल्कि ज्वलंत मुद्दा बना हुआ है लेकिन आज लोगों में इसे लेकर कोई जागरूकता नहीं है। 

ग्रामीण समाज को छोड़ दें तो भी महानगरीय जीवन में इसके प्रति खास उत्सुकता नहीं पाई जाती। परिणामस्वरूप पर्यावरण सुरक्षा महज एक सरकारी एजेण्डा ही बन कर रह गया है।
 जबकि यह पूरे समाज से बहुत ही घनिष्ठ सम्बन्ध रखने वाला सवाल है। जब तक इसके प्रति लोगों में एक स्वाभाविक लगाव पैदा नहीं होता, पर्यावरण संरक्षण एक दूर का सपना ही बना रहेगा।

Tuesday, 12 May 2020

नास्तिकता से मनुष्य जीवन का पतन

आज वर्तमान कलयुग में धर्म के प्रति आस्था हट गई है।
 अधिकतर देश नास्तिक हो गए भगवान से भरोसा खत्म हो गया है, जिससे हमारे जीवन में दुखों का पहाड़ टूट गया है।
  वर्तमान में भारत में कुछ लोग आध्यात्मिकता की ओर है जिससे भारत में धार्मिकता है और शास्त्रों के अनुसार भक्ति करते हैं, परंतु नकली धर्मगुरुओं की वजह से भी नास्तिक बन रहे हैं।
वर्तमान में शास्त्रों के अनुसार भक्ति तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी बता रहे हैं। जिससे मानव समाज पतन से बच रहा है।
 जो मनुष्य जीवन नास्तिकता की ओर है उनका जीवन पतन की ओर आकर्षित हो रहा है।
अतः सब से निवेदन है कि आप तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर भक्ति करें और अपने जीवन का मोक्ष करवाए ।
 अधिक जानकारी के लिए देखे साधना टीवी शाम 7:30 से ज्ञान गंगा पुस्तक पढ़िए।

Thursday, 7 May 2020

Allah_Not_Allowed_EatMeat

                 मांस खाना  महापाप है

कबीर-माँस भखै औ मद पिये, धन वेश्या सों खाय।
जुआ खेलि चोरी करै, अंत समूला जाय।।
जो व्यक्ति माँस भक्षण करते हैं, शराब पीते हैं, वैश्यावृति करते हैं। जुआ खेलते हैं तथा चोरी करते हैं वह तो महापाप के भागी हैं। जो व्यक्ति माँस खाते हैं वे नरक के भागी हैं। जीव हत्या महापाप है इससे नरक मिलता है सद्भक्तििि करें जीवन का मोक्ष करें अधिक जानकारीी के देखिए शाम 7:30 बजे से साधना टीवी पर तत्वदर्शी संत रामपाल जीी के मंगल प्रवचन या पढ़िए ज्ञान गंगा पुस्तक

Kabir is God

                           Kabir is God
Kabir sahib is  supreme lord according  all holy scriptures..
To know more must watch Sadhana TV from 7:30-8:30pm everyday and read Gyan Ganga..

Visit www.jagatgururampalji.org






Wednesday, 6 May 2020

नशा करना पाप है

नशा सर्वप्रथम तो इंसान को शैतान बनाता है फिर शरीर का नाश हृदय है। शरीर के चार महत्वपूर्ण अंग हैं फेफड़े, लीवर, गुर्दे, हृदय। शराब सबसे प्रथम इन चारों अंगों को खराब करती है। इन सब से निजात पाने के लिए संत रामपाल जी महाराज के सत्संग अवश्य सुनें। साधना टीवी पर शाम 7:30 से

#Say_No_To_Alcohol

देवता भी मनुष्य जीवन को तरसते हैं क्योंकि मोक्ष मनुष्य जीवन में ही हो सकता है।
और परमात्मा का विधान है कोई भी नशा करने वाला मोक्ष प्राप्त नहीं कर सकता और आप इस अनमोल जीवन को शराब पीने में बर्बाद कर रहे हो। परिवार भी नष्ट हो जाते हैं नशा किसी को भीी नहीं करना चाहिए नशा से समाज में मनुष्य की कोई इज्जत नहीं होती है ĺ

mustvisit www.jagatgururampalji.org